जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
कृष्ण जन्माष्टमी (कृष्णाष्टमी, आठम, गोकुलाष्टमी, अष्टमी रोहिणी, श्रीकृष्ण जयंती, श्री जयंती, जन्माष्टमी) सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण के जन्म का जश्न मनाता है। यह हिंदू महीने भाद्रव के आठवें दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर में होता है। क्या जन्माष्टमी एक सार्वजनिक अवकाश है? जनमाष्टमी पर सार्वजनिक अवकाश है। यह आम जनता के लिए छुट्टी का दिन है, और स्कूल और अधिकांश व्यवसाय बंद हैं।
"शुभे जन्माष्टम्याः अभिनन्दनानि। श्रीकृष्णस्य कृपया सर्वेभ्यः सुखं, शान्तिः, समृद्धिश्च सर्वदा भवतु। जय श्रीकृष्ण!"
जन्माष्टमी का व्रत कैसे रखते है /
श्रीकृष्ण जी के जन्मदिन की ख़ुशी में लोग व्रत रखते है इस व्रत म आपको सुबह 4 बजे ब्रम्हमहूरत में उठकर शुद्ध होने के बाद अपने मंदिर को साफ करने के बाद अपने लड्डू गोपाल जी को नहलाना चाहिए और उन्हें सुबह का भोग लगाके मंदिर जाना चाइये और पूजा करनी चाहिए मंदिर से आने के बाद आपको पाठ और माला जाप करना चाहिए इस व्रत म आप १२ बजे के बाद पानी पि सकते है और फल खा सकते है इस व्रत को निर्जला व्रत भी रखा जाता है जिसमे आप पानी, फल और अन्न नहीं खा सकते है इस व्रत को रात को 12 बजे के बाद कृष्णा जी के भोग भगवान कृष्ण को माखन-मिश्री और धनिया की पंजीरी का सेवन करें। इससे आपका व्रत खुल जाता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि, धन-संपदा का आशीर्वाद देते हैं।
जो व्यक्ति जन्माष्टमी के व्रत को करता है, वह ऐश्वर्य और मुक्ति को प्राप्त करता है। आयु, कीर्ति, यश, लाभ, पुत्र व पौत्र को प्राप्त कर इसी जन्म में सभी प्रकार के सुखों को भोग कर अंत में मोक्ष को प्राप्त करता है। जो मनुष्य भक्तिभाव से श्रीकृष्ण की कथा को सुनते हैं, उनके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
आपको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभ कामनाये 108 संस्कृत MESSAGES.
श्रीकृष्ण जन्माष्टम्याः शुभाशयाः।
श्रीकृष्ण जन्माष्टम्याः शुभाशयाः।
(श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ।)श्रीकृष्णस्य कृपया सर्वं मंगलमस्तु।
(श्रीकृष्ण की कृपा से सब मंगल हो।)जन्माष्टमी पर्वणि अभिनन्दनानि।
(जन्माष्टमी पर्व पर बधाई।)कृष्णस्य लीला सदाऽविष्मर्या।
श्रीकृष्णः सर्वेषां सुखाय भवतु।
(श्रीकृष्ण सभी के सुख के लिए हों।)गोकुलनाथस्य जयः।
(गोकुलनाथ की जय हो।)श्रीकृष्णजन्मोत्सवे शुभमस्तु।
(श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर शुभ हो।)श्रीकृष्णं वन्दे, जयश्रीकृष्ण।
(श्रीकृष्ण की वंदना, जय श्रीकृष्ण।)जन्माष्टमी तव मंगलमय भवतु।
(जन्माष्टमी तुम्हारे लिए मंगलमय हो।)कृष्णप्रेमाय नमः।
(कृष्णप्रेम को प्रणाम।)कृष्णस्य आशीर्वादः सर्वदा ते भवतु।
(कृष्ण का आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ हो।)रासलीलायाः स्मरणं कुरु।
(रासलीला का स्मरण करो।)नन्दकुमाराय शुभमस्तु।
(नंदकुमार को शुभ हो।)गोपाला गोविन्दा जयः।
(गोपाला गोविन्द की जय।)कृष्णभक्तिर्भवतु।
(कृष्णभक्ति हो।)यशोदानन्दनं स्मरामि।
(यशोदानन्दन का स्मरण करता हूँ।)श्रीकृष्णस्य विजयः।
(श्रीकृष्ण की विजय हो।)कंसविध्वंसकाय नमः।
(कंस का विध्वंस करने वाले को प्रणाम।)व्रजवासाय नमः।
(व्रजवासियों को प्रणाम।)कृष्णाय बलरामाय नमः।
(कृष्ण और बलराम को प्रणाम।)गोकुलवासिनां जयः।
(गोकुलवासियों की जय हो।)मुरलीधराय नमः।
(मुरलीधर को प्रणाम।)कृष्णाय राधेयं प्रणमामि।
(कृष्ण और राधा को प्रणाम।)यशोदानन्दनस्य कृपया सर्वं मंगलं भवतु।
(यशोदानन्दन की कृपा से सब मंगल हो।)कृष्णजन्माष्टम्याः अभिनन्दनम्।
(कृष्ण जन्माष्टमी पर बधाई।)
श्रीकृष्णकृपया सर्वे भवन्तु सुखिनः।
(श्रीकृष्ण की कृपा से सभी सुखी हों।)
कृष्णचरितं स्मरामि।
(कृष्ण के चरित्र का स्मरण करता हूँ।)
राधाकृष्णाय जयः।
(राधा-कृष्ण की जय हो।)कृष्णलीलायाः समर्पणम्।
(कृष्णलीला को समर्पण।)
कृष्णस्य प्रेमसागराय नमः।
(कृष्ण के प्रेमसागर को प्रणाम।)
गोपवृन्दस्य जयः।
(गोपवृन्द की जय हो।)
कृष्णकथा श्रवणं कुरु।
(कृष्णकथा का श्रवण करो।)
रासक्रीडायाः अनुग्रहः।
(रासक्रीडा का अनुग्रह हो।)
कृष्णः सर्वदा रक्षतु।
(कृष्ण सदैव रक्षा करें।)
कृष्णानन्दः सर्वदा तिष्ठतु।
(कृष्ण का आनंद सदैव विद्यमान रहे।)
गोवर्धनधारिणे नमः।
(गोवर्धनधारी को प्रणाम।)कृष्णचरणं शरणं गच्छामि।
(कृष्ण के चरणों में शरण गहता हूँ।)
वृन्दावनेश्वराय नमः।
(वृन्दावन के ईश्वर को प्रणाम।)कृष्णप्रेमाय नित्यम्।
(कृष्णप्रेम नित्य हो।)
गोपिका कांतः श्रीकृष्णः।
(गोपिकाओं के कांत श्रीकृष्ण।)
कृष्णाय मधुसूदनाय नमः।
(कृष्ण मधुसूदन को प्रणाम।)
श्रीकृष्णं प्रणमामि सदा।
(श्रीकृष्ण को सदा प्रणाम करता हूँ।)कृष्णाय नमो नमः।
(कृष्ण को बारम्बार प्रणाम।)कृष्णाय शरणं गच्छामि।
(कृष्ण की शरण में जाता हूँ।)
वृन्दावनविहारी श्रीकृष्णः।
(वृन्दावनविहारी श्रीकृष्ण।)
कृष्णजन्मदिनस्य अभिनन्दनम्।
(कृष्ण के जन्मदिन की बधाई।)
श्रीकृष्णः सर्वेषां जीवनं।
(श्रीकृष्ण सबका जीवन हैं।)
कृष्णचरणस्मरणं भवतु।
(कृष्ण के चरणों का स्मरण हो।)
कृष्णध्यानं सदा कुरु।
(कृष्ण का ध्यान सदा करो।)
गोकुलनायकाय नमः।
(गोकुल के नायक को प्रणाम।)
कृष्णाय गीर्वाणाय नमः।
(कृष्ण गीर्वाण को प्रणाम।)
कृष्णलीलायाः अमृतं पिब।
(कृष्णलीला का अमृत पियो।)
कृष्णकथायाः श्रवणं कुरु।
(कृष्णकथा का श्रवण करो।)गोपांगनाय नमः।
(गोपांगनाओं को प्रणाम।)कृष्णविनयाय नमः।
(कृष्ण के विनय को प्रणाम।)
गोपगोप्याय नमः।
(गोपगोपियों को प्रणाम।)
कृष्णचरितं पठ।
(कृष्ण के चरित्र का पाठ करो।)
कृष्णजन्माष्टमी महोत्सवे अभिनन्दनम्।
(कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर बधाई।)
राधेकृष्णाय नमः।
(राधा और कृष्ण को प्रणाम।)
कृष्णप्रसन्नाय नमः।
(कृष्ण प्रसन्न हों।)
कृष्णप्रेमाय नित्यं भवतु।
(कृष्णप्रेम नित्य हो।)
श्रीकृष्णाय नमः।
(श्रीकृष्ण को प्रणाम।)
कृष्णानन्दं कुरु।
(कृष्ण का आनंद करो।)
श्रीकृष्णनाम संकीर्तनं भवतु।
(श्रीकृष्ण के नाम का संकीर्तन हो।)
कृष्णार्पणमस्तु।
(कृष्ण को अर्पण हो।)
गोकुलरक्षकाय नमः
। (गोकुल के रक्षक को प्रणाम।)
कृष्णभक्ताय नमः।
(कृष्णभक्त को प्रणाम।)
कृष्णविनयाय नमः।
(कृष्ण के विनय को प्रणाम।)
कृष्णानंदः सर्वदा तिष्ठतु।
(कृष्ण का आनंद सदैव विद्यमान रहे।)
गोपवृन्दाय नमः।
(गोपवृन्द को प्रणाम।)
कृष्णस्य करुणा सर्वदा भवतु।
(कृष्ण की करुणा हमेशा बनी रहे।)
श्रीकृष्णकृपया सर्वं मंगलमस्तु।
(श्रीकृष्ण की कृपा से सब मंगल हो।)
कृष्णाय मुरलीधराय नमः।
(कृष्ण मुरलीधर को प्रणाम।)
कृष्णध्यानं सदा कुरु।
(कृष्ण का ध्यान सदा करो।)
गोपांगनाय नमः।
(गोपांगनाओं को प्रणाम।)
कृष्णाय मधुसूदनाय नमः।
(कृष्ण मधुसूदन को प्रणाम।)
कृष्णानंदाय नमः।
(कृष्ण के आनंद को प्रणाम।)
श्रीकृष्णकृपया सर्वं शुभं भवतु।
(श्रीकृष्ण की कृपा से सब शुभ हो।)
कृष्णाय मधुसूदनाय नमः।
(कृष्ण मधुसूदन को प्रणाम।)
कृष्णानंदाय नमः।
(कृष्ण के आनंद को प्रणाम।)
कृष्णचरणं शरणं गच्छामि।
(कृष्ण के चरणों में शरण लेता हूँ।)
श्रीकृष्णप्रसादाय नमः।
(श्रीकृष्ण के प्रसाद को प्रणाम।)
कृष्णलीलायाः स्मरणं कुरु।
(कृष्णलीला का स्मरण करो।)
कृष्णस्य प्रेमाय नमः।
(कृष्ण के प्रेम को प्रणाम।)
कृष्णध्यानं कुरु।
(कृष्ण का ध्यान करो।)
श्रीकृष्णकृपया सर्वं मंगलमस्तु।
(श्रीकृष्ण की कृपा से सब मंगल हो।)
कृष्णाय गोकुलनाथाय नमः।
(कृष्ण गोकुलनाथ को प्रणाम।)
कृष्णानन्दाय नमः।
(कृष्ण के आनंद को प्रणाम।)
कृष्णाय मधुसूदनाय नमः।
(कृष्ण मधुसूदन को प्रणाम।)
श्रीकृष्णप्रसादाय नमः।
(श्रीकृष्ण के प्रसाद को प्रणाम।)
कृष्णजन्मोत्सवाय नमः।
(कृष्ण के जन्मोत्सव को प्रणाम।)
कृष्णविनयाय नमः।
(कृष्ण के विनय को प्रणाम।)
कृष्णचरितं पठ।
(कृष्ण के चरित्र का पाठ करो।)
कृष्णध्यानं सदा कुरु।
(कृष्ण का ध्यान सदा करो।)
कृष्णचरणं शरणं गच्छामि।
(कृष्ण के चरणों में शरण लेता हूँ।)
श्रीकृष्णजन्मोत्सवाय नमः।
(श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को प्रणाम।)
कृष्णाय मधुसूदनाय नमः।
(कृष्ण मधुसूदन को प्रणाम।)
कृष्णलीलायाः स्मरणं कुरु।
(कृष्णलीला का स्मरण करो।)
कृष्णाय गोकुलनाथाय नमः।
- (कृष्ण गोकुलनाथ को प्रणाम।)
श्रीकृष्णजन्मोत्सवाय नमः।
- (श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को प्रणाम।)
कृष्णविनयाय नमः।
- (कृष्ण के विनय को प्रणाम।)
कृष्णचरितं पठ।
- (कृष्ण के चरित्र का पाठ करो।)
कृष्णध्यानं सदा कुरु।
- (कृष्ण का ध्यान सदा करो।)
कृष्णचरणं शरणं गच्छामि।
- (कृष्ण के चरणों में शरण लेता हूँ।)
श्रीकृष्णजन्मोत्सवाय नमः।
- (श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को प्रणाम।)
कृष्णाय मधुसूदनाय नमः।
- (कृष्ण मधुसूदन को प्रणाम।)
श्रीकृष्णजन्मोत्सवे शुभमस्तु।
(श्रीकृष्ण जन्मोत्सव)